मंगलवार, 25 मई 2010

सर्वविधि विघ्नबाधा निवारण मंत्र

(सर्वविधि विघ्नबाधा निवारण मंत्र)

दुर्गा का ध्यान करके रूद्राक्ष की माला पर प्रतिदिन 108 बार निम्न मंक्त का जाप करने से विघ्न-बाधाएँ दूर होने लगती हैं-
सर्वबाधा-प्रशमनं त्रैलोकस्याखिलेश्वरि । एवमेव त्वया कार्यस्मद्ववैरिविनाशनम् ।। ॐ नमश्चंडिकायै ।।
Sarvabadha-Prashmanam Trailokyakhileshwari । Evmev Tvayaa Karyasmdvavairivinashanam ।। Om Namaschandikayai ।।
Badhanivarak Mantra(बेचैनी मिटाने का मंत्र)

इस मंत्र का बीस बार जप करके हंसवाहिनी सरस्वती का ध्यान करके रोगी के ऊपर जल के छींटे देने से अथवा मंत्रसिक्त जल पिला देने से बेचैनी दूर हो सकती है।
ॐ हंसः हंसः |
Om Hansah Hansah ।
Badhanivarak Mantra(शूल मिटाने का मंत्र)

सभी प्रकार के शूल को मिटाने हेतु महाकाली, का ध्यान करके निम्न मंत्र 108 बार बोलकर जल अभिमन्त्रत करें और रोगी को पिलायें। इससे शूल नष्ट होगा।
कालि कालि महाकालि, मनोऽस्तुत हन हन । दह दह शूलं त्रिशूलेन हुँ फट् स्वाहा ।।
Kaali Kaali Mahaakaali, Mano-astuta Han Han । Dah Dah Shoolam Trishulen Hoom Phat Swaaha ||

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